Category: Hindi Stories
लालच से दूर रहो Lalach se door raho बहुत पुरानी बात है। कंचनपुर के एक धनी व्यापारी के रसोईघर में एक कबूतर ने घोंसला बनाया हुआ था। एक …
अकल की दुकान Akal ki dukan एक था रौनक। जैसा नाम वैसा रूप। अकल में भी उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता था। एक दिन उसने घर के …
विभीषण का श्री राम की शरण में आना – रामायण कथा Vibhishan ka Shri Ram ki sharan me aana – Ramayan Katha रावण से अपमानित होकर विभीषण अपने …
अपना दीपक बनो Apna dipak bano दो यात्री धर्मशाला में ठहरे हुए थे। एक दीप बेचने वाला आया। एक यात्री ने दीप खरीद लिया। दूसरे ने सोचा, …
सज्जन और दुर्जन Sajjan aur durjan यह मनुष्य का स्वाभाविक गुण है कि वह दूसरे लोगों में भी अपने अनुसार गुण अथवा दोष देख लेता है। एक बार …
विभीषण का निष्कासन – रामायण कथा Vibhishan ka Nishkasan – Ramayan Katha दूसरे दिन महान मेघों की गर्जना के समान घर्घराहट पैदा करने वाले मणियों से अलंकृत चार घोड़ों से …
रोटी का सफर Rati safar मां मुझे रोटी दो। अरे बेटा आकर ले जाओ। ठीक है। अक्षत ने कहा। पर यह क्या हुआ, जैसे मैं रोटी लेने जा …
पेड़ों का महत्व Pedo ka mahatva ‘विवेक कहां हो बेटा? नाश्ता कर लो।‘ मां की आवाज सुनकर विवेक आया और नाश्ता करके सो गया। विवेक की मां भी …