Category: Hindi Stories
दण्डक वन में विराध वध – रामायण कथा Dandak van me Viradh Vadh – Ramayan Katha सीता और लक्ष्मण के साथ राम ने दण्डक वन में प्रवेश किया। …
शान्ति Shanti जब मै ससुराल आयी, तो बिलकुल फूहड थी। न पहनने-ओढ़ने को सलीका , न बातचीत करने का ढंग। सिर उठाकर किसी से बातचित न कर सकती थीं। …
तमसा के तट पर – रामायण कथा Tamsa nadi ke tat par – Ramayan Katha जब राम ने देखा कि प्रजाजन रथ के पीछे दौड़ते ही आ रहे हैं …
प्रायश्चित Prayshchit दफ्तर में जरा देर से आना अफसरों की शान है। जितना ही बड़ा अधिकारी होता है, उत्तरी ही देर में आता है; और उतने ही सबेरे जाता …
कप्तान साहब Kaptan sahab जगत सिंह को स्कूल जान कुनैन खाने या मछली का तेल पीने से कम अप्रिय न था। वह सैलानी, आवारा, घुमक्कड़ युवक थां कभी अमरूद …
वन के लिये प्रस्थान – रामायण कथा Van ke liye Prasthan – Ramayan Katha जैसे कि महाराज ने आज्ञा दी थी, सुमन्त रथ ले आये। राम, सीता और …
इस्तीफा Istifa दफ्तर का बाबू एक बेजबान जीव है। मजदूरों को ऑंखें दिखाओ, तो वह त्योरियॉँ बदल कर खड़ा हो जाएगा। कुली को एक डाँट बताओं, तो सिर से …
पिता के अन्तिम दर्शन – रामायण कथा Pita ke antim darshan – Ramayan Katha सुमन्त राजा दशरथ के कक्ष में पहुँचे। उन्होंने देखा कि महाराज पुत्र-वियोग की आशंका से …