Category: History Notes
इतिहास : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (1857-1947) Bharatiya Swatantrata Sangram पुराने समय में जब पूरी दुनिया के लोग भारत आने के लिए उत्सुक रहा करते थे। यहां आर्य वर्ग के …
ताम्र-पाषाणिक काल Tamra Pashanik kal जिस काल में मनुष्य ने पत्थर और तांबे के औज़ारों का साथ-साथ प्रयोग किया, उस काल को ‘ताम्र-पाषाणिक काल’ कहते हैं। सर्वप्रथम जिस धातु …
उत्तर पाषाण काल Uttar Pashan Kal साधरणतया इस काल की सीमा 3500 ई.पू. से 1000 ई.पू. के बीच मानी जाती है। यूनानी भाषा का Neo शब्द नवीन के अर्थ …
मध्य पाषाण काल Madhtya Pashan Kal इस काल में प्रयुक्त होने वाले उपकरण आकार में बहुत छोटे होते थे, जिन्हें लघु पाषाणोपकरण माइक्रोलिथ कहते थे। पुरापाषाण काल में प्रयुक्त …
पुरापाषाण काल Purashan Kal यूनानी भाषा में Palaios प्राचीन एवं Lithos पाषाण के अर्थ में प्रयुक्त होता था। इन्हीं शब्दों के आधार पर Paleolithic Age (पाषाणकाल) शब्द बना । …
भारत का इतिहास पाषाण काल Bharat ka Itihas pashan kal यह काल मनुष्य की सभ्यता का प्रारम्भिक काल माना जाता है। इस काल को तीन भागों में विभाजित किया …
छत्रपति शिवाजी महाराज Chatrapati Shivaji Maharaj छत्रपति शिवाजी महाराज (1630-1680) महाराष्ट्र के महानायक थे, जिन्होंने मुगलों के सामने सबसे पहले गंभीर चुनौती रखी और अंतत: उनके भारत के साम्राज्य …
सिक्ख शक्ति का उदय Sikh Shakti ka uday सिक्ख धर्म की स्थापना सोलहवीं शताब्दी के आरंभ में गुरूनानक देव द्वारा की गई थी। गुरू नानक का जन्म 15 अप्रैल …