जंक फ़ूड
Junk Food
जंक फूड का स्वाद अच्छा होता है, जिसके कारण वो लगभग सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा विशेषरुप से बच्चों और स्कूल व कॉलेज जाने वाले बच्चों द्वारा पसंद किए जाते हैं। उनसे आमतैर पर, बचपन में अभिभावकों द्वारा नियमित रुप से जंक फूड खाने के लिए कहा जाता है जिसके कारण उनमें यह प्रवृति विकसित होती है। अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों के साथ कभी भी जंक फूड के बुरे प्रभावों के बारे में चर्चा नहीं की जाती है। वैज्ञानिकों के शोध के अनुसार, यह पाया गया है कि, वे स्वास्थ्य पर बहुत तरीकों से नकारात्मक प्रभावों को डालते हैं। ये आमतैर पर, तले हुए पैक भोजन होते हैं, जो बाजार में मिलते हैं। इनमें कैलोरी और कॉलंस्ट्रॉल, सोडियम खनिज, शुगर, स्ट्रॉच, अस्वास्थ्यकर वसा की अधिकता और पोषक तत्वों और प्रोटीन के तत्वों की कमी होती है। जंक फूड तेजी से वजन बढ़ने का साधन है और पूरे जीवनभर शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह एक व्यक्ति को अधिक वजन ग्रहण करने योग्य बनाता है, जो मोटापा कहलाता है। जंक फूड का स्वाद अच्छा होता है और ये दिखने में भी अच्छे होते हैं हालांकि, शरीर में स्वस्थ कैलोरी की आवश्यकता को पूरा नहीं करता है। कुछ भोजन जैसे- फ्रेंच फ्राईस, तला हुआ भोजन, पिज्जा, बर्गर, कैंडी, कोल्ड ड्रिंक, आईस क्रीम आदि उच्च स्तर के वसा और शुगर वाले हैं। केन्द्रीय बीमारी नियंत्रक और निरोधक केन्द्र के अनुसार यह पाया गया है कि, जो बच्चे और किशोर जंक फूड खाते हैं उन्हें अलग-अलग तरह का मधुमेह (डायबिटिज) होता है। ये अलग-अलग तरह का मधुमेह शरीर में नियमित शुगर स्तर को नियमित करने में सक्षम नहीं होता। इस बीमारी के बढ़ना मोटापे और अधिक वजन के जोखिम को बढ़ाता है। यह किडनी (गुर्दों) के फेल होने के जोखिम को भी बढ़ाता है।
प्रतिदिन जंक फूड खाना हमारे शरीर को पोषण की कमी की ओर ले जाता है। इनमें आवश्यक पोषण, विटामिन, आयरन, खनिज आदि पोषक तत्वों की कमी होती है। यह हृदय संबंधी घातक बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है क्योंकि इसमें वसा, सोडियम, बुरे कॉलेस्ट्रॉल की अधिकता होती है। अधिक सोडियम और बुरा कॉलेस्ट्रॉल रक्तदाब बढ़ाता है और हृदय पर अधिक दबाव डालता है। एक व्यक्ति जो अधिक जंक फूड खाता है, उसे वजन बढ़ने का खतरा रहता है और वह मोटा और अस्वस्थ होता है। जंक फूड में उच्च स्तर की कार्बोहाइडर्टे पाया जाता है, जो खून में तेजी से शुगर के स्तर में वृद्धि और व्यक्ति को आलसी बनाता है। इस तरह के भोजन को नियमित खाने वाले व्यक्ति का प्रतिबिम्ब और संवेदन अंग दिन प्रति दिन बेजान होते जाते हैं। इस प्रकार, वे बहुत ही सुस्त जीवन जीते हैं। जंक फूड कब्ज और अन्य बीमारियों, जैसे- मधुमेह, हृदय रोग, हार्ट- अटैक आदि का स्रोत है, जो खराब पोषण के कारण होती है।