Tag: Hindi Poems
अमावस की काली रातों में Amavas ki kali rato me मावस की काली रातों में दिल का दरवाजा खुलता है, जब दर्द की काली रातों में गम आंसू के …
प्रथम स्राव Pratham Strav उसकी सफेद फ्रॉक और जाँघिए पर किस परी माँ ने काढ़ दिए हैं कत्थई गुलाब रात-भर में? और कहानी के वे सात बौने क्यों …
तुम अगर नहीं आयीं Tum agar nahi aayi तुम अगर नहीं आयीं, गीत गा ना पाऊँगा| साँस साथ छोडेगी, सुर सजा ना पाऊँगा| तान भावना की है, शब्द-शब्द दर्पण …
महाकाल Mahakal महाकाल सृष्टि का नौवां महीना है, छत्तीसवाँ महीना मेरे भीतर कुछ चल रहा है षड़यंत्र नहीं, तंत्र-मंत्र नहीं, लेकिन चल रहा है लगातार! बढ़ रहा है …
सब तमन्नाएँ हों पूरी Sab Tammnaye ho puri सब तमन्नाएँ हों पूरी, कोई ख्वाहिश भी रहे चाहता वो है, मुहब्बत में नुमाइश भी रहे आसमाँ चूमे मेरे पँख तेरी …
सृष्टि Srishthi सृष्टि की पहली सुबह थी वह! कहा गया मुझसे तू उजियारा है धरती का और छीन लिया गया मेरा सूरज! कहा गया मुझसे तू बुलबुल है …
है नमन उनको Hai naman unko है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर इस जगत के शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं है नमन उनको कि …
कुछ तो Kuch to कुछ तो हो! कोई पत्ता तो कहीं डोले कोई तो बात होनी चाहिए अब जिन्दगी में बोलने मैं समझने – जैसी कोई बात , …