Tag: Hindi Poems
पिता की याद Pita ki yaad फिर पुराने नीम के नीचे खडा हूँ फिर पिता की याद आई है मुझे नीम सी यादें ह्रदय में चुप समेटे चारपाई डाल …
विस्फोट Visphot तड़ी पार शब्दों में बनते हैं गीत, इसलिए पुकार के लिए अच्छे हैं चिड़िया ने चिड़े से कहा विस्फोट के ऐन एक मिनिट पहले. विस्फोट के …
ये वही पुरानी राहें हैं Ye vahi purani rahe hai चेहरे पर चँचल लट उलझी, आँखों में सपन सुहाने हैं ये वही पुरानी राहें हैं, ये दिन भी वही …
पूर्णग्रहण Purangrahan पूर्णग्रहण काल था ये! बरसों की बिछड़ी हुई दो वृद्ध बहनें चाँद और धरती आलिंगनबद्ध खड़ी थीं निश्चल! ग्रहण नहाने आई थीं औरतें सरयू के तट …
मै तुम्हे अधिकार दूँगा Me tumhe adhikar dunga मैं तुम्हें अधिकार दूँगा एक अनसूंघे सुमन की गन्ध सा मैं अपरिमित प्यार दूँगा मैं तुम्हें अधिकार दूँगा सत्य मेरे जानने …
अनब्याही औरतें Anbyahi aurate माई री मैं कासे कहूँ पीर अपने जिया की, माई री! जब भी सुनती हूँ मैं गीत, आपका मीरा बाई, सोच में पड़ जाती …
मै तुम्हे ढूंढने Me tuhe dhundne मैं तुम्हें ढूँढने स्वर्ग के द्वार तक रोज आता रहा, रोज जाता रहा तुम ग़ज़ल बन गई, गीत में ढल गई मंच से …
नमक Namak नमक दुःख है धरती का और उसका स्वाद भी! पृथ्वी का तीन भाग नमकीन पानी है और आदमी का दिल नमक का पहाड़ कमज़ोर है दिल …