Tag: Hindi Poems
प्रश्नचिह्न Prashanchinha मूर्ति तो हटी, परन्तु तम में भटकती हुई अनगिनती आंखों को जिसने नई दृष्टि दी, खोल दिए सम्मुख नए क्षितिज, नूतन आलोक से मंडित की सारी भूमि- …
सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर लगता है Sabko tum accha kaht ho, kano ki priyakar lagta hai सबको तुम अच्छा कहते हो, कानो को प्रियकर …
मेरा पिट्ठू Mera Pithu मैं और मेरा पिट्ठू देह से अकेला होकर भी मैं दो हूँ मेरे पेट में पिट्ठू है। जब मैं दफ़्तर में साहब की घंटी पर …
जिसने आगे बढ़ कर छीना वे सज्जन श्रीमन्त हो गये Jisne aage badhkar china ve sajjan shrimant ho gye जिसने आगे बढ़ कर छीना वे सज्जन श्रीमन्त हो …
विदा बेला Vida bela पाया स्नेह, पा सकीं न पर तुम विदा-रीति का ज्ञान पगली! बिछोह की बेला में बिन मांगे ही प्रीति का दान दो मुझे। कहो इस …
हालात से इस तरह परेशान हुये लोग Halat se is tarha pareshan hue log हालात से इस तरह परेशान हुये लोग तंग आके अपने आप ही इंसान हुये …
पथहीन Pathheen कौन सा पथ है? मार्ग में आकुल – अधीरातुर बटोही यों ही पुकारा कौन सा पथ है? महाजन जिस ओर जाएं – शास्त्र हुंकारा अंतरात्मा ले चले …
जो मेरे दिल में रहा एक निशानी बनकर Jo mere dil me raha ek nishani bankar जो मेरे दिल में रहा एक निशानी बनकर। आज निकला है वही …