Tag: Hindi Poems
आप की हँसी Aap ki hansi निर्धन जनता का शोषण है कह कर आप हँसे लोकतंत्र का अंतिम क्षण है कह कर आप हँसे सबके सब हैं भ्रष्टाचारी कह …
बदलो Badlo उसने पहले मेरा हाल पूछा फिर एकाएक विषय बदलकर कहा आजकल का समाज देखते हुए मैं चाहता हूँ कि तुम बदलो फिर कहा कि अभी तक तुम …
ठंड से मृत्यु Thand me mrityu फिर जाड़ा आया फिर गर्मी आई फिर आदमियों के पाले से लू से मरने की खबर आई: न जाड़ा ज़्यादा था न लू …
एक रात नागा Ek Raat Naga न सही आज रात को कविता काग़ज़ पेंसिल सिरहाने रख कर सोने की आदत में आज एक नागा हो रहा है और भी …
नारी Naari नारी बिचारी है पुरूष की मारी है तन से क्षुधित है मन से मुदित है लपककर झपककर अन्त में चित है Related posts: Hindi Poem of Raghuveer …
लाखों का दर्द Lakho ka dard लखूखा आदमी दुनिया में रहता है मेरे उस दर्द से अनजान जो कि हर वक़्त मुझे रहता है हिन्दी में दर्द की सैकड़ों …
अतुकांत चंद्रकांत Atukant chandrakant चंद्रकांत बावन में प्रेम में डूबा था सत्तावन में चुनाव उसको अजूबा था बासठ में चिंतित उपदेश से ऊबा था सरसठ में लोहिया था और …
अँग्रेज़ी Angreji अंग्रेज़ों ने अंग्रेज़ी पढ़ा कर प्रजा बनाई अंग्रेज़ी पढ़ा कर अब हम प्रजा बना रहे हैं। Related posts: Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Bank me ladkiya“ , …