Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Virendra Mishra “Meghyatri“ , “मेघयात्री” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेघयात्री Meghyatri रुखी यात्राओं पर निकल रहे हम स्वयं- पुरवाई हमें मत ढकेलो, हम प्यासे बादल हैं, इसी व्योम-मंडप के दे दो ठंडी झकोर और दाह ले लो। क्या …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Ab kisi ko bhi nazar aati nahi koi darar“ , “अब किसी को भी नज़र आती नहीं कोई दरार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अब किसी को भी नज़र आती नहीं कोई दरार  Ab kisi ko bhi nazar aati nahi koi darar   अब किसी को भी नज़र आती नहीं कोई दरार घर …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “ Kuntha“ , “कुण्ठा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कुण्ठा  Kuntha   मेरी कुंठा रेशम के कीड़ों-सी ताने-बाने बुनती, तड़प तड़पकर बाहर आने को सिर धुनती, स्वर से शब्दों से भावों से औ’ वीणा से कहती-सुनती, गर्भवती है …

Hindi Poem of Virendra Mishra “Bah nahi jana lahar me“ , “बह नहीं जाना लहर में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बह नहीं जाना लहर में Bah nahi jana lahar me यह मधुर मधुवंत बेला मन नहीं है अब अकेला स्वप्न का संगीत कंगन की तरह खनका सांझ रंगारंग है …

Hindi Poem of Virendra Mishra “Shabdo se pare“ , “शब्दों से परे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शब्दों से परे Shabdo se pare शब्दों से परे-परे मन के घन भरे-भरे वर्षा की भूमिका कब से तैयार है हर मौसम बूंद का संचित विस्तार है उत्सुक ॠतुराजों …

Hindi Poem of Dushyant Kumar “  Tumko niharta hu subha se ritambhara“ , “तुमको निहरता हूँ सुबह से ऋतम्बरा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुमको निहरता हूँ सुबह से ऋतम्बरा  Tumko niharta hu subha se ritambhara   तुमको निहारता हूँ सुबह से ऋतम्बरा अब शाम हो रही है मगर मन नहीं भरा ख़रगोश …

Hindi Poem of Virendra Mishra “Smriti bacho ki“ , “स्मृति बच्चों की” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

स्मृति बच्चों की Smriti bacho ki अब टूट चुके हैं शीशे उन दरवाजों के जो मन के रंग महल के दृढ जड़ प्रहरी हैं जिनको केवल हिलना डुलना ही …