Tag: Hindi Poems
कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर के लिये Kaha to tay tha charaga har ek ghar ke liye कहाँ तो तय था चराग़ाँ हर एक घर …
आंगन हम Angan hum फूल गिराते होंगे, हिला स्वप्न डाली होगे तुम ग्रह-ग्रह के रत्न, अंशुमाली आंगन हैं हम कि जहाँ रोशनी नहीं है रासों की रात ओढ़ पीताम्बर …
कौन यहाँ आया था Kaun yaha aaya tha कौन यहाँ आया था कौन दिया बाल गया सूनी घर-देहरी में ज्योति-सी उजाल गया पूजा की बेदी पर गंगाजल भरा …
आस्था का दिशा-संकेत Astha ka disha sanket आँख क्या कह रही है, सुनो- अश्रु को एक दर्पण न दो। और चाहे मुझे दान दो एक टूटा हुआ मन न …
सूचना Suchna कल माँ ने यह कहा –- कि उसकी शादी तय हो गई कहीं पर, मैं मुसकाया वहाँ मौन रो दिया किन्तु कमरे में आकर जैसे दो …
दे दे इस साहसी अकेले को De de is sahsi akele ko दे दे रे दे दे इस साहसी अकेले को एक बूंद। ओ सन्ध्या ओ फ़कीर चिड़िया ओ …
प्रेरणा के नाम Prerna ke naam तुम्हें याद होगा प्रिय जब तुमने आँख का इशारा किया था तब मैंने हवाओं की बागडोर मोड़ी थीं, ख़ाक में मिलाया था …
प्रार्थना : गुरु कबीरदास के लिए Prarthna ; Guru Kabirdas ke liye परम गुरु दो तो ऐसी विनम्रता दो कि अंतहीन सहानुभूति की वाणी बोल सकूँ और यह अंतहीन …