Tag: Hindi Poems
कोयल और बच्चा Koyal aur bacha सन्तो ऎसा मैंने एक अजूबा देखा आज कहीं कोयल बोली मौसम में पहली बार और उसके साथ ही, पिछवाड़े, किसी बच्चे ने उसकी …
आभार Abhar जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला उस उस राही को धन्यवाद। जीवन अस्थिर अनजाने ही हो जाता पथ पर मेल कहीं सीमित पग-डग, लम्बी मंज़िल तय …
अकेले पेड़ों का तूफ़ान Akele pedo ka toofan फिर तेजी से तूफ़ान का झोंका आया और सड़क के किनारे खड़े सिर्फ एक पेड़ को हिला गया शेष पेड़ गुमसुम …
मैं बढ़ा ही जा रहा हूँ Me badha hi ja raha hu चल रहा हूँ, क्योंकि चलने से थकावट दूर होती, जल रहा हूँ क्योंकि जलने से तमिस्त्रा …
विवशता Vivashta मैं नहीं आया तुम्हारे द्वार पथ ही मुड़ गया था। गति मिली, मैं चल पड़ा, पथ पर कहीं रुकना मना था राह अनदेखी, अजाना देश संगी …
बहस के बाद Bahas ke baad असली सवाल है कि मुख्यमन्त्री कौन होगा? नहीं नहीं, असली सवाल है कि ठाकुरों को इस बार कितने टिकट मिले? नहीं नहीं, असली …
सूनी साँझ Suni Sanjh साँझ अकेली, साथ नहीं हो तुम। पेड खडे फैलाए बाँहें लौट रहे घर को चरवाहे यह गोधुली, साथ नहीं हो तुम, बहुत दिनों में …
दीवारें Diware जिस दिन हमने तोडी थीं पहली दीवारें, (तुम्हें याद है?) छाती में उत्साह कंठ में जयध्वनियां थीं। उछल-उछल कर गले मिले थे, फिरे बांटते बडी रात तक …