Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Ghalib “Faring mujhe na jaan ki munind-e-subah-o-mehar , “फ़ारिग़ मुझे न जान कि मानिंद-ए-सुब्ह-ओ-मेहर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

फ़ारिग़ मुझे न जान कि मानिंद-ए-सुब्ह-ओ-मेहर – ग़ालिब Faring mujhe na jaan ki munind-e-subah-o-mehar -Ghalib फ़ारिग़ मुझे न जान कि मानिंद-ए-सुब्ह-ओ-मेहर है दाग़-ए-इश्क़ ज़ीनत-ए-जेब-ए-कफ़न हुनूज़ है नाज़-ए-मुफ़्लिसाँ ज़र-ए-अज़-दस्त-रफ़्ता पर …

Hindi Poem of Ghalib “Pins mein guzarte hein jo kuche se vah mere , “पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे” Complete Poem for Class 10 and Class 12

पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह मेरे – ग़ालिब Pins mein guzarte hein jo kuche se vah mere -Ghalib पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से वह …

Hindi Poem of Ghalib “Nassha-ha Shadab-e-rang o saza-ha mast-e-tarab , “नश्शा-हा शादाब-ए-रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-तरब” Complete Poem for Class 10 and Class 12

नश्शा-हा शादाब-ए-रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-तरब – ग़ालिब Nassha-ha Shadab-e-rang o saza-ha mast-e-tarab -Ghalib   नश्शा-हा शादाब-ए-रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-तरब शीशा-ए-मय सर्व-ए-सब्ज़-ए-जू-ए-बार-ए-नग़्मा है हम-नशीं मत कह कि बरहम कर न …

Hindi Poem of Ghalib “Na leve gar khas-e-johar taravat sabaz-e-khat se , “न लेवे गर ख़स-ए-जौहर तरावत सबज़-ए-ख़त से” Complete Poem for Class 10 and Class 12

न लेवे गर ख़स-ए-जौहर तरावत सबज़-ए-ख़त से – ग़ालिब Na leve gar khas-e-johar taravat sabaz-e-khat se -Ghalib   न लेवे गर ख़स-ए-जौहर तरावत सब्ज़ा-ए-ख़त से लगावे ख़ाना-ए-आईना में रू-ए-निगार …

Hindi Poem of Ghalib “Nafast na anjuman-e-aarzu se bahar khinch , “नफ़स न अंजुमन-ए-आरज़ू से बाहर खींच” Complete Poem for Class 10 and Class 12

नफ़स न अंजुमन-ए-आरज़ू से बाहर खींच – ग़ालिब Nafast na anjuman-e-aarzu se bahar khinch -Ghalib   नफ़स न अंजुमन-ए-आरज़ू से बाहर खींच अगर शराब नहीं इन्तज़ार-ए-साग़र खींच कमाल-ए-गरमी-ए सई-ए-तलाश-ए-दीद …

Hindi Poem of Ghalib “Dekh kar dar-parda garm-e-daman-Akshani mujhe, “देख कर दर-पर्दा गर्म-ए-दामन-अफ़्शानी मुझे” Complete Poem for Class 10 and Class 12

देख कर दर-पर्दा गर्म-ए-दामन-अफ़्शानी मुझे – ग़ालिब Dekh kar dar-parda garm-e-daman-Akshani mujhe -Ghalib देख कर दर-पर्दा गर्म-ए-दामन-अफ़्शानी मुझे कर गई वाबस्ता-ए-तन मेरी उर्यानी मुझे बन गया तेग़-ए-निगाह-ए-यार का संग-ए-फ़साँ …

Hindi Poem of Ghalib “dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna, “दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दिल लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना – ग़ालिब dil laga kar lag gya un ko bhi tanha bethna -Ghalib दिल लगा कर लग गया उन …

Hindi Poem of Ghalib “Tum apne shikve ki bate na khod khod ke pucho , “तुम अपने शिकवे की बातें न खोद खोद के पूछो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तुम अपने शिकवे की बातें न खोद खोद के पूछो – ग़ालिब Tum apne shikve ki bate na khod khod ke pucho -Ghalib तुम अपने शिकवे की बातें न …