Tag: Hindi Poems
तेरे वादे पर जिये हम – ग़ालिब Tere Vade par jiye hum -Ghalib तेरे वादे पर जिये हम, तो यह जान, झूठ जाना, कि ख़ुशी से मर न …
वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां – ग़ालिब Vah Shab-o-Roz-o-Mah-o-saal kaha -Ghalib वह फ़िराक़ और वह विसाल कहां वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां फ़ुर्सत-ए कारोबार-ए शौक़ किसे ज़ौक़-ए नज़्ज़ारह-ए जमाल कहां दिल तो …
ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं – ग़ालिब] Ye hum jo hijj mein divar-o-dar ko dekhte hein -Ghalib ये हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को …
बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे तो क्या – ग़ालिब Bijli ek kond gayi aankho ke aage to kya -Ghalib बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे …
बाद मरने के मेरे घर से यह सामाँ निकला – ग़ालिब Baad Marne ke mere ghar se yaha sama nikla -Ghalib बूए-गुल, नाला-ए-दिल, दूदे चिराग़े महफ़िल जो तेरी …
नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए न बने – ग़ालिब Nuktha-chi hai Gham-E dil us ko nunaye na bane -Ghalib नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए …
फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया – ग़ालिब Fir Mujhe Dida-E-Rar yaad aaya -Ghalib फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया दिल जिगर तश्ना-ए-फ़रियाद आया दम लिया था न क़यामत ने …
आ कि मेरी जान को क़रार नहीं है – ग़ालिब Aa ki meri jaan ko karar nahi hai -Ghalib आ कि मेरी जान को क़रार नहीं है ताक़ते-बेदादे-इन्तज़ार …