Tag: Hindi Poems
हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है – ग़ालिब Har ek baat pe kahte ho tum ki tu kya hai -Ghalib हर एक बात …
तुम न आए तो क्या सहर न हुई – ग़ालिब Tum na aaye to kya shar na hui -Ghalib तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ …
शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया – ग़ालिब Shumar-E subah Magub-E But-E-Musqil pasand aaya -Ghalib शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया तमाशा-ए बयक-कफ़ बुरदन-ए सद दिल पसंद आया …
ज़हर-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम – ग़ालिब Zahar-e-Gham kar chuka tha mera kaam -Ghalib न होगा यक बयाबाँ माँदगी से ज़ौक़ कम मेरा हुबाब-ए-मौज-ए-रफ़्तार है, नक़्श-ए-क़दम मेरा …
नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए – ग़ालिब Navede-Amn hai bedade dost ja ke liye -Ghalib नवेदे-अम्नहै बेदादे दोस्तजाँ के लिए रही न तर्ज़े-सितमकोई आसमाँ के लिए …
हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे- ग़ालिब Har Kadam duri-e-manjil hai numaya mujhse -Ghalib हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँमुझसे मेरी रफ़्तार से भागे है बयाबाँ मुझसे दर्से-उन्वाने-तमाशाबा-तग़ाफ़ुलख़ुशतर है …
फिर हुआ वक़्त कि हो बाल कुशा मौजे-शराब – ग़ालिब Phir hua waqt ki ho baal kusha mouje-sharab -Ghalib फिर हुआ वक़्त कि हो बालकुशामौजे-शराब दे बते मयको …
ख़ुश हो ऐ बख़्त कि है आज तेरे सर सेहरा – ग़ालिब Khush ho e bakhat ki hai aaj tere sar sehra -Ghalib ख़ुश हो ऐ बख़्तकि है …