Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Divik Ramesh “Vah kissa hi kya jo chalta nahi rahe”,”वह क़िस्सा ही क्या जो चलता नहीं रहे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वह क़िस्सा ही क्या जो चलता नहीं रहे  Vah kissa hi kya jo chalta nahi rahe किस्सा यूं है कि गवाह पाण्डेय – और चौंक पाण्डेयपुर का रास्ता-सारनाथ और …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Prakriti ramnik he”,”प्रकृति रमणीक है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रकृति रमणीक है  Prakriti ramnik he   प्रकृति रमणीक है। जिसने इतना ही कहा उसने संकुल सौंदर्य के घनीभूत भार को आत्मा के कंधों पर पूरा नहीं सहा! भीतर …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Shakti bhi he akela aadmi”,”शक्ति भी है अकेला आदमी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शक्ति भी है अकेला आदमी  Shakti bhi he akela aadmi बहुत भयभीत कर सकता है एक अकेला-सा शब्द अकेला। शक्ति का जर्रा-जर्रा निकाल कर तन से झुका सकता है …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Sach hum nahi sach tum nahi”,”सच हम नहीं सच तुम नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सच हम नहीं सच तुम नहीं  Sach hum nahi sach tum nahi   सच हम नहीं सच तुम नहीं सच है सतत संघर्ष ही । संघर्ष से हट कर …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “Saanjh 17”,”साँझ-17” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-17  Saanjh 17   प्रत्येक हृदय स्पंिदत हो, मेरे कंपन की गति पर, छाले मेरी करूणा का, संदेश देश-देशान्तर।।२४१।। सापेक्ष विश्व निमिर्त है, कल्पना-कला के लेखे। यह भूमि दूसरा …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 16”,”साँझ-16” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-16  Saanjh 16   पागलपन के धागों में,  सारी तरूनाई बुन दँू।  चंदा की चल पलकों पर,  चुपके से चुम्बन चुन दँू।।२२६।। स्वीकृत-िसंकेत तुम्हारे,  मेरे समीप तक आयें।  घन …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Chalo dekhe”,”चलो देखें…” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चलो देखें…  Chalo dekhe चलो देखें, खिड़कियों से झाँकती है धूप उठ जाएँ । सुबह की ताज़ी हवा में हम नदी के साथ थोड़ा घूम-फिर आएँ! चलो, देखें, रात-भर …