Tag: Hindi Poems
उनके वादे कल के हैं Unke vade kal ke he उनके वादे कल के हैं हम मेहमाँ दो पल के हैं । कहने को दो पलके हैं कितने …
दीपक जलाने आ गए हैं Deep jalane aa gye he इस तरह छाया क्षितिज पर था अन्धेरा शाम का ही रूप धर बैठा सवेरा इसलिए अब हम हृदय-दीपक जलाने …
पी जा हर अपमान Pee ja har aapman पी जा हर अपमान और कुछ चारा भी तो नहीं! तूने स्वाभिमान से जीना चाहा यही ग़लत था कहाँ पक्ष …
दिन क्यों बीत गए Din kyo beet gye कौन किसे क्या समझा पाया लिख-लिख गीत नए । दिन क्यों बीत गए! चौबारे पर दीपक धरकर बैठ गई संध्या एक-एक …
ज्ञान-ध्यान कुछ काम न आए Gyan-Dhyan kuch kaam na aaye ज्ञान ध्यान कुछ काम न आए हम तो जीवन-भर अकुलाए । पथ निहारते दृग पथराए हर आहट पर …
लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर Lotna padega phir phir ghar घर की देहरी पर छूट गए संवाद याद यों आएँगे यात्राएँ छोड़ बीच में ही लौटना पड़ेगा फिर-फिर घर यह …
ज़िन्दगी क्रम Zindagi kram जो काम किया, वह काम नहीं आएगा इतिहास हमारा नाम नहीं दोहराएगा जब से सुरों को बेच ख़रीदी सुविधा तब से ही मन में …
चन्दन-वन महकने लगा Chandan van mahakne laga वेणी में गूंथ मत गुलाब चन्दन-वन महकने लगा । तुम जाने कौन हो गईं मैं जाने कौन हों गया मादक स्वर लहरियाँ …