Tag: Hindi Poems
फिर क्या होगा उसके बाद Fir kya hoga uske baad फिर क्या होगा उसके बाद? उत्सुक होकर शिशु ने पूछा, \”माँ, क्या होगा उसके बाद?\” रवि से उज्जवल, …
आज ही होगा Aaj ho hoga मनाना चाहता है आज ही? -तो मान ले त्यौहार का दिन आज ही होगा! उमंगें यूँ अकारण ही नहीं उठतीं, न अनदेखे …
दोहे Dohe पहुँचे पूरे जोश से, ज्यों आंधी तूफान चाँदी का जूता पड़ा, तो सिल गई ज़ुबान सबने अपनी काटकर, सौंपी उन्हें जुबान सिध्द हुए वे सहन में, कितने …
संभव विडंबना भी Sambhav vidambna bhi संभव विडंबना भी है साथ नव-सृजन के उल्लास तो बढ़ेंगे, परिहास कम न होंगे अलगाव की विवशता हरदम निकट रही है इतना प्रयत्न …
गरमियों की शाम Garmiyo ki sham आँधियों ही आँधियों में उड़ गया यह जेठ का जलता हुआ दिन, मुड़ गया किस ओर, कब सूरज सुबह का गदर की …
संध्या आज उदास है Sandhya aaj udas he पहले शिशु के मृत्युशोक से भरी हुई कोई माँ आँगन में बैठी खोई-सी वैसे ही बस संध्या आज उदास है रंग …
तू चंदा मैं चांदनी, तू तरुवर मैं शाख रे Tu chanda me chandni, tu taruvar me shakha re तू चंदा मैं चांदनी, तू तरुवर मैं शाख रे तू …
देह के मस्तूल Deh ke Mastul अंजुरी-जल में प्रणय की अर्चना के फूल डूबे । ये अमलतासी अँधेरे, और कचनारी उजेरे, आयु के ऋतुरंग में सब चाह के अनुकूल …