Tag: Hindi Poems
मुझको भी राधा बना ले नंदलाल Mujhko bhi radha bana le nandlal मुझको भी राधा बना ले नंदलाल हो नंदलाल, रे नंदलाल संग संग चढ़ाऊँगी नंदजी की गैयाँ …
संध्या आज प्रसन्न है Sandhya aaj prasann he पहले शिशु के जन्म-दिवस पर शकुर भरी कोई माँ पलना झुलवाए फूली-सी वैसे ही बस संध्या आज प्रसन्न है पश्चिम के …
शिशुओं के लिए कविताएँ-3 Shishuo ke liye kavitaye 3 कंधे पर बंदूक चढ़ा कर, ज्यों ही चला सिपाही । थर-थर लगा काँपने दुश्मन, शामत आई! शामत आई!! चाचा …
पाटल-पाटल है Patal patal he किसी के स्पर्शों से मेरी देह सब पाटल-पाटल है । प्राण में जली प्रणय की लौ काम्य कौमार्य कपूर हुआ, आरती श्वास, रोम अक्षत …
शिशुओं के लिए कविताएँ-2 Shishuo ke liye kavitaye 2 सोचो-समझो और विचारो, पेड़ों को पत्थर मत मारो । समझाता हमको विज्ञान, उनमें भी होती है जान ।। सबसे हँसकर …
पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा Palkar rakh na use hath ke chale jesa पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा देर तक दुख को नहीं …
गज़ल हो गई Gazal ho gai गज़ल हो गई याद आयी, तबीयत विकल हो गई. आँख बैठे बिठाये सजल हो गई. भावना ठुक न मानी, मनाया बहुत बुद्धि थी …
शिशुओं के लिए कविताएँ-1 Shishuo ke liye kavitaye 1 तितली करती ताथा थैया, भँवरा करता गुन गुन गुन । खिलकर हँसते फूल हमेशा, कलियाँ कहतीं हमे न चुन ।। …