Tag: Hindi Poems
सारा देश हमारा Sara desh hamara केरल से कारगिल घाटी तक गोहाटी से चौपाटी तक सारा देश हमारा जीना हो तो मरना सीखो गूंज उठे यह नारा सारा …
मुक्तक Mukatak कौन कहता है भली होती है? हर बुराई में ढली होती है एक जीवन को नरक से जोड़े वारुणी ही वो गली होती है । मिलते जुलते …
नौजवान आओ रे ! Naujawan aao re नौजवान आओ रे, नौजवान गाओ रे ।। लो क़दम बढ़ाओ रे, लो क़दम मिलाओ रे ।। ऐ वतन के नौजवान, इक …
अक्षरों की अर्चना Aksharo ki archana अक्षरों की अर्चना आयु भर हम अक्षरों की अर्चना करते रहें. छंद में ही काव्य की नव सर्जना करते रहें.. स्वर मिले वह …
मेरे देश के लाल Mere Desh ke Lal पराधीनता को जहाँ समझा श्राप महान कण-कण के खातिर जहाँ हुए कोटि बलिदान मरना पर झुकना नहीं, मिला जिसे वरदान …
यह देश हमारा Yah desh hamara यह देश हमारा इस विश्व के गगन के सितारों का सितारा ये देश हमारा ये विंध्य ये हिमालय गंगोजमन कहाँ ऐसी धरा कहाँ …
अपनी गंध नहीं बेचूंगा Apni Gandh Nahi Bechunga चाहे सभी सुमन बिक जाएं चाहे ये उपवन बिक जाएं चाहे सौ फागुन बिक जाएं पर मैं गंध नहीं बेचूंगा- …
मुक्तिकाएँ लिखें Mukatikaye likhe मुक्तिकाएँ लिखें मुक्तिकाएँ लिखें दर्द गायें लिखें.. हम लिखें धूप भी हम घटाएँ लिखें.. हास की अश्रु की सब छटाएँ लिखें.. बुद्धि की छाँव में …