Hindi Poem of Ayodhya Prasad Upadhyay Hariaudh “Jago Pyare, “जागो प्यारे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

जागो प्यारे

Jago Pyare

उठो लाल अब आँखें खोलो,

पानी लाई हूँ, मुँह धो लो ।

बीती रात कमल-दल फूले,

उनके ऊपर भौंरे झूले ।

चिड़ियाँ चहक उठी पेड़ों पर,

बहने लगी हवा अति सुन्दर ।

नभ में न्यारी लाली छाई,

धरती ने प्यारी छवि पाई ।

भोर हुआ सूरज उग आया,

जल में पड़ी सुनहरी छाया ।

ऐसा सुन्दर समय न खोओ,

मेरे प्यारे अब मत सोओ ।

 

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