Hindi Poem of Anamika “Vimanpattnam“ , “विमानपत्तनम्” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

विमानपत्तनम्
Vimanpattnam

 

मेरी इन
कोल्हापुरी चप्पलों का
अकडा हुआ
कीचड
एयरपोर्ट के इस
महाचकाचक फर्श पर
वैसे ही टिमक रहा है

जैसे पग्गड
किसान का
दकमता है
कृषि-भवन के
पोस्टर पर।
’परिचारिका‘ में परी
दीर्घइकार भूलकर
हो जाती है
क्यों छोटी इ?

 

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