Hindi Poem of Giridhar “Pani badho nav me“ , “पानी बाढो नाव में ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पानी बाढो नाव में
Pani badho nav me

 

पानी बाढो नाव में, घर में बाढो दाम।
दोनों हाथ उलीचिए, यही सयानो काम॥

यही सयानो काम, राम को सुमिरन कीजै।
परमारथ के काज, सीस आगै धरि दीजै॥

कह ‘गिरिधर कविराय, बडेन की याही बानी।
चलिये चाल सुचाल, राखिये अपनो पानी॥

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