Hindi Poem of Kumar vishvas “Baat karni ha, baat kaun kare“ , “बात करनी है, बात कौन करे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12
Hindi Poem of Kumar vishvas “Baat karni ha, baat kaun kare“ , “बात करनी है, बात कौन करे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12
बात करनी है, बात कौन करे
Baat karni ha, baat kaun kare
बात करनी है, बात कौन करे
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे
हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं
चाँद ना हो तो रात कौन करे
हम तुझे रब कहें या बुत समझें
इश्क में जात-पात कौन करे
जिंदगी भर कि कमाई तुम थे
इस से ज्यादा ज़कात कौन करे
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