Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Ek Aagman“ , “एक आगमन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक आगमन

 Ek Aagman

 

किरणों ने झाँका है होगा प्रभात

नये भाव पंछी  चहकते है आज

नए फूल मन मे महकते हैं आज

नये बागबां हम नये ढंग से

जगत को रंगेंगे  नए रंग से

खिलाएंगे कड़ी के फल-फूल  पात

करोड़ों कदम गम को कुचलेंगे जब

ख़ुशी की तरंगों में मचलेंगे जब

तो सूरज हँसेगा हँसेगी सबा

बदल जायेंगे आग पानी हवा

बढ़ाओ कदम  लो चलाओ हाथ

आता है सूरज तो जाती है रात

किरणों ने झाँका है होगा प्रभात

 

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