Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Nid bulaye “ , “नीड़ बुलाए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नीड़ बुलाए

 Nid bulaye

 

वापस आओ

सूना नीड़ बुलाए

फूली सरसों

खेत हमारे

रंगहीन है

बिना तुम्हारे

छत पर मोर

नाचने आता

सुगना शोर मचाए

आँचल-धानी

तुमको हेरे

रुनझुन पायल

तुमको टेरे

दिन सीपी के

चढ़ आये हैं

मोती हूक उठाए

ताल किनारे

हैं तनहा हम

हंस पूछते

क्यों आँखें नम

द्वार खड़ा जो

पेड़ आम का

बहुत-बहुत कड़ुवाए

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.