Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Chup Betha dhuniya “ , “चुप बैठा धुनिया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चुप बैठा धुनिया

 Chup Betha dhuniya

 

चुप बैठा धुनिया

भीड़-भाड़ वह

चहल पहल वह

बन्द द्वार का

एक महल वह

ढोल मढ़ी-सी

लगती दुनिया

मेहनत के मुँह

बँध मुसीका

घुटता जाता

गला खुशी का

ताड़ रहा है

सब कुछ गुनिया

फैला भीतर

तक सन्नाटा

अंधियारों ने

सब कुछ पाटा

कहाँ-कहाँ से

टूटी पुनिया

 

 

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