Hindi Poem of Ashok Anjum “  Housala bhi udan deta he”,”हौसला भी उड़ान देता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हौसला भी उड़ान देता है

 Housala bhi udan deta he

 

कौन सीरत पे ध्यान देता है

आईना जब बयान देता है

मेरा किरदार इस ज़माने में

बारहा इम्तिहान देता है

पंख अपनी ज़गह पे वाजिब है

हौसला भी उड़ान देता है

जितने  मगरूर हुए जाते हैं

मौला उतनी ढलान देता है

बीती बातों को भुलाकर के वो

आज फिर से जुबान देता है

तेरे बदले में किस तरह ले लूँ

वो तो सारा जहान देता है!

 

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