Hindi Poem of Divik Ramesh “Pankh”,”पँख” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पँख

 Pankh

दरवाजा

शायद खुला रह गया है

इसी राह से

आया होगा उड़कर

यह खूबसूरत पंख!

खिड़कियां तो सभी बंद हैं।

शायद सामने वाले पेड़ पर

कोई नया पक्षी आया है।

हो सकता है

बहुत दिनों से रह रहा हो।

दरवाजा खुला हो

तो, ज़रूरी नहीं

अंधड़ तूफान ही

घुस आए घर में

खूबसूरत पंख भी तो

आ सकता है

उड़कर।

 

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