Hindi Poem of Naresh Saksena “ Concrete”,” काँक्रीट” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

काँक्रीट

Concrete

 

आपस में सट कर फूटी कलियाँ

एक दूसरे के खिलने के लिए जगह छोड़ देती हैं

जगह छोड़ देती हैं गिट्टियाँ

आपस में चाहे जितना सटें

अपने बीच अपने बराबर जगह

खाली छोड़ देती हैं

जिसमें भरी जाती है रेत

और रेत के कण भी

एक दूसरे को चाहे जितना भींचें

जितनी जगह खुद घेरते हैं

उतनी जगह अपने बीच खाली छोड़ देते हैं।

इसमें भरी जाती है सीमेंट

सीमेंट

कितनी महीन

और आपस में सटी हुई

लेकिन उसमें भी होती हैं खाली जगहें

जिसमें समाता है पानी

और पानी में, खैर छोड़िए

इस तरह कथा काँक्रीट की बताती है

रिश्तों की ताकत में

अपने बीच

खाली जगह छोड़ने की अहिमयत के बारे में।

 

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