Hindi Poem of Om Prabhakar “  Is Shan”,”इस क्षण” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इस क्षण

 Is Shan

 

इस क्षण यहाँ शान्त है जल।

पेड़ गड़े हैं,

घास जड़ी।

हवा सामने के खँडहर में

मरी पड़ी।

नहीं कहीं कोई हलचल।

याद तुम्हारी,

अपना बोध।

कहीं अतल में जा डूबे हैं

सारे शोध।

जमकर पत्थर है हर पल।

 

 

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