प्रसाद योजना
Prasaad Yajana
प्रधानमंत्री स्वदेश दर्शन (Swdesh Darshan) व प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) श्री नरेन्द्र मोदी सरकार की पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही विशेष पहल है, इसके अनुसार देश में जो पर्यटन स्थल है वहा की सार्वजानिक सुविधाओ एवं पर्यटन एवं पर्यटन से जुड़े पहलुओ पर ध्यान दिया जायेगा। इससे धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थलों को विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा। इन केंद्रों को बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से युक्त करने के साथ ही बेहतर पार्किंग, रहने के लिए अतिथिगृहों के निर्माण की योजना बनाई गई है।
प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) के तहत पर्यटन विभाग से जुडी सभी मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ती पर ध्यान दिया जायेगा। बुनियादी ढांचा के विस्तार, सड़क एवं परिवहन सुविधाओं, रेलवे, नागरिक उड्डयन और कौशल विकास प्रशिक्षण के जरिए उनके मंत्रालय देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में कैसे मदद कर सकते हैं।
वाराणसी जैसे बौद्ध सर्किट के महत्वपूर्ण स्थलों को हेलिकॉप्टर सेवाओं से जोड़ना, महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों की रेलगाड़ियों में पर्यटकों के लिए विशेष डिब्बे, रोजगार बढ़ाने के लिए स्थानीय लोगों विशेष रूप से महिलाओं को पर्यटक गाइड के रूप में प्रशिक्षित करना, पर्यटन क्षेत्रों में परिवहन और ठहरने जैसी आधाभूत बुनियादी सुविधाओं में सुधार करना शामिल है।
प्रदेश में पर्यटन विकास की दो परियोजनाओं के लिए वित्तीय वर्ष में केन्द्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से राजस्थान सरकार को 104.40 करोड़ रूपए स्वीकृत किये गए एवं केंद्र के लिए इसका बजट 600 करोड़ रुपए रखा गया
इसके दौरान क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों (जेडसीसी) के साथ दोनों पहलों की शुरुआत साल 2016-17 तक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की वर्तमान प्रतिशत 0.68 को बढ़ाकर 1 प्रतिशत प्राप्त करने के लिए की गई है।
प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) के अनुसार तीर्थ स्थलों पर ठहराव, पेयजल, स्नानागार, शौचालय, साफ-सफाई, बिजली, सुरक्षा आदि की बेहतर सुविधा उपलब्ध रहेगी। सभी कॉम्पलैक्स में सुविधाओं को बहाल रखने हेतु केयर-टेकर भी तैनात रहेंगे। पर्यटन विभाग से हमारे देश में बहार से व्यापार आता है इससे देश में हर तरह से फायदा होता है पर्यटन से सभी को फायदा होता सरकार से लेकर एक वाहन चालक तक को इसी लिए सरकार ने सभी पर्यटन स्थलों के लिए इस योजना का आरम्भ किया ।
“मेरा देश बदल रहा है… आगे बढ़ रहा है “
केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) के तहत विष्णुपद मंदिर के पास फल्गु नदी के तट पर बने देवघाट से लेकर डंडीबाग तक सौंदर्यीकरण का कार्य होना है। इसको लेकर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है। इस योजना के क्रियान्वयन से पूर्व गुरूवार को स्थल का निरीक्षण करने अधिकारियों का एक दल स्थल पहुंचे। निरीक्षण दल में शामिल सूत्रों ने बताया कि देवघाट से डंडीबाग तक फल्गु नदी के पश्चिमी तट के लगे करीब 15-20 फीट की जमीन पर सड़क के साथ-साथ पाथ-वे बनेगा। जिस पर एक चौपहिया वाहन आसानी से आ-जा सके। वहीं पाथ-वे पर पर्यटक व श्रद्धालु पैदल चलकर देवघाट तक आ सके। बीच में वाहन पार्किंग की भी सुविधा दिए जाने का प्रावधान इस योजना में शामिल है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पथ के किनारे प्रकाश की भी व्यवस्था होगी। ताकि रात में भी पर्यटक यहां आकर आध्यात्मिक सुख का आनंद ले सकें। वहीं निरीक्षण दल सीताकुंड भी गया। बताया गया कि सीताकुंड में भी देवघाट की तरह घाट का निर्माण कराया जाएगा। सूत्रों की माने तो निरीक्षण दल इस बात को लेकर भी निरीक्षण किया कि कहीं ऐसा नहीं हो कि हृदय योजना (Hriday Yojana) और प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) के तहत होने वाले कार्य कामन नहीं मिले। इसको लेकर भी निरीक्षण दल में शामिल लोगों ने चर्चा की।