Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Priyatam se”, “प्रियतम से” Complete Poem for Class 10 and Class 12

प्रियतम से -सुभद्रा कुमारी चौहान

Priyatam se – Subhadra Kumari Chauhan

 

बहुत दिनों तक हुई परीक्षा
अब रूखा व्यवहार न हो।
अजी, बोल तो लिया करो तुम
चाहे मुझ पर प्यार न हो॥

जरा जरा सी बातों पर
मत रूठो मेरे अभिमानी।
लो प्रसन्न हो जाओ
ग़लती मैंने अपनी सब मानी॥

मैं भूलों की भरी पिटारी
और दया के तुम आगार।
सदा दिखाई दो तुम हँसते
चाहे मुझ से करो न प्यार॥

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