Hindi Poem of Surdas “Dridh in charno kero bharoso , “दृढ इन चरण कैरो भरोसो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दृढ इन चरण कैरो भरोसो -सूरदास

Dridh in charno kero bharoso – Surdas

 

दृढ इन चरण कैरो भरोसो, दृढ इन चरणन कैरो ।

 श्री वल्लभ नख चंद्र छ्टा बिन, सब जग माही अंधेरो ॥

 साधन और नही या कलि में, जासों होत निवेरो ॥

 सूर कहा कहे, विविध आंधरो, बिना मोल को चेरो ॥

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