सबके मन की बात
Sabke man ki baat
एक बार दरबार में एक सभासद ने बादशाह
अकबर से कहा – जहाँपनाह ! ऐसा कौन
सा प्रश्न है ,जो हम नहीं बता सकते और
बीरबल बता सकता है ?
बादशाह ने मन में सोचा कि इसको बीरबल
से नीचा दिखाऊंगा . यह सोचकर उन्होंने
कहा – अच्छा बताओ इस समय लोगों के
मन में क्या है ?वह सभासद बोला – हुजूर !
यह बात तो सिवाय खुदा के और कोई नहीं
बता सकता ,बीरबल बता दें तो हम जाने .
उसी समय बीरबल बुलाये गए . उनके सामने
भी यही प्रश्न रखा गया . उन्होंने तुरंत ही कहा
इस समय सबके मन में यही बात है कि यह
दरबार सदा इसी तरह भरा रहे और बादशाह
सलामत सदा जिंदा रहें .सभी ने उनकी बात
को मान लिया , क्योंकि अस्वीकार करने पर
मौत किसे बुलानी थी . बेचारा सभासद अपना
सा मुँह लेकर रह गया . बादशाह अकबर जबाब
को सुनकर बड़े प्रसन्न हुए और बीरबल को
पुरस्कार भी दिया .