इलाहाबाद की सन्धि
Treaty of Allahabad
इलाहाबाद की सन्धि 1765 ई. में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की ओर से रॉबर्ट क्लाइव और बादशाह शाहआलम द्वितीय के मध्य हुई थी।
इस सन्धि के द्वारा ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने कोड़ा और इलाहाबाद के ज़िले शाहआलम द्वितीय को लौटाना स्वीकार कर लिया।
साथ ही कम्पनी ने बादशाह को 26 लाख रुपये वार्षिक ख़िराज देना स्वीकार किया था।
इस सन्धि के बदले में बादशाह ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की ‘दीवानी’ (राजस्व वसूलने का अधिकार) सौंप दी।