Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Prati vikas“ , “प्रति विकास” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रति विकास  Prati vikas औरत बनती लडकी बगैर लिखे पन्ने की तरह फड़फड़ाई फड़फड़ाई  और ख़ुद से अलग हो गई अलग हो गई ख़ुद में वापस न आने के …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Murgi kudkudai he“ , “मुर्गी कुड़कुड़ाई है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुर्गी कुड़कुड़ाई है  Murgi kudkudai he मुर्गी कुड़कुड़ाई है सहेली मुर्गी से अपने जोड़े का चर्चा कर रही है शायद शायद मन पसंद बाँके मुर्गे के लिए कोई  पैगाम …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Nafrat ka mahol“ , “नफ़रत का माहौल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नफ़रत का माहौल  Nafrat ka mahol मुहब्बत के खिलाफ़ लामबंद तहजीब का मज़ाक जारी है जारी है फिर भी फूलों का खिलना बर्फ़ का गिरना धूप का हँसना और …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ShinnI“ , “शिन्नी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिन्नी Shinni   कनपटी के पास फूल की तरह खिल गई है वह बोल के भीतर से पैदा होती हुई हवाओं में बिलम्बित के पहले छोर पर सितार की …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Naya nark“ , “नया नर्क” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नया नर्क  Naya nark फिर हुआ पृथ्वी पर एक नए नर्क का निर्माण विपत्ति की चपेट में आई भाषा संकट के घेरे में आई अभिव्यक्ति होंठों से पुतलियों की …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Betiya“ , “बेटियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बेटियाँ  Betiya छोड़ कर चली जाती है पत्नी प्रेमिकाएँ चली जाती हैं छोड़ कर जब चले जाते हैं छोड़ कर जब दोस्त-यार सारे के सारे बेटियाँ हाथ थाम लेती …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Ab bhi“ , “अब भी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अब भी  Ab bhi छिपाने लायक कुछ भी नहीं है फिर भी छिपाते जा रहे हैं हम जैसे प्यार तोड़ने लायक कुछ भी नहीं है फिर भी तोड़ते जा …