Category: Hindi Poems
काव्य-पाठ Kavya path खूब-खूब हुआ काव्य-पाठ खूब-खूब सराहा गया एक दूसरे को जमकर खूब-खूब जगा और जगाया गया आत्मबोध श्रोता चुपचाप रहे की शायद कहीं हों उनके भी शब्द …
विध्वंस का स्वर्ग Vidhvans ka swarg चिड़िया की चोंच से छिटके दाने की तरह विचार गिरा है भूमि पर अभी-अभी ध्वंस का संकेत पा चुकी है पृथ्वी विस्फोट कितना …
धरे हथेली गाल पर Dhare hatheli gaal par धरे हथेली गाल पर सोच रहा हूँ कल की बातें- गए वर्ष की कुछ तस्वीरें झूल रहीं दीवाल पर! धरे हथेली …
अब तक की यात्रा में Ab tak ki yatra me जल कुम्भी गंगा में बह आई है! यहाँ भला कैसे रह पाएगी हाय, बंधे हुए जल में जो …
तुमने कहाँ लड़ा है कोई युद्ध Tumne kaha lada he koi yudh कमज़ोर घोड़ों पर चढ़कर युद्ध नहीं जीते गए कभी कमज़ोर तलवार की धार से मरते नहीं है …
आपकी नज़रों तक हम पहँचे कुछ मख़सूस ख़यालों से Aapki nazro tak hum pahuche kuch makhsus khyalo se आपकी नज़रों तक हम पहँचे कुछ मख़सूस ख़यालों से लोग तो …
रुत की नई किताब-सी खुलने लगी है वह Rut ki nai kitab si khulne lagi he vah गर्मी की दोपहर का रंग ज़िस्म पर लिए ख़ुशबू की तरह …
हस्ती को हसरत की नई रह गुज़र करो Hasti ko hasrat ki nai rah guzar karo हस्ती को हसरत की नई रह गुज़र करो सूरज ढलान पर है शमआ …