Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Kavya path“ , “काव्य-पाठ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

काव्य-पाठ  Kavya path खूब-खूब हुआ काव्य-पाठ खूब-खूब सराहा गया एक दूसरे को जमकर खूब-खूब जगा और जगाया गया आत्मबोध श्रोता चुपचाप रहे की शायद कहीं हों उनके भी शब्द …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Vidhvans ka swarg“ , “विध्वंस का स्वर्ग” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

विध्वंस का स्वर्ग  Vidhvans ka swarg चिड़िया की चोंच से छिटके दाने की तरह विचार गिरा है भूमि पर अभी-अभी ध्वंस का संकेत पा चुकी है पृथ्वी विस्फोट कितना …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “  Dhare hatheli gaal par“ , “धरे हथेली गाल पर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

धरे हथेली गाल पर  Dhare hatheli gaal par धरे हथेली गाल पर सोच रहा हूँ कल की बातें- गए वर्ष की कुछ तस्वीरें झूल रहीं दीवाल पर! धरे हथेली …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Ab tak ki yatra me“ , “अब तक की यात्रा में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अब तक की यात्रा में Ab tak ki yatra me   जल कुम्भी गंगा में बह आई है! यहाँ भला कैसे रह पाएगी हाय, बंधे हुए जल में जो …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “  Tumne kaha lada he koi yudh“ , “तुमने कहाँ लड़ा है कोई युद्ध” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुमने कहाँ लड़ा है कोई युद्ध  Tumne kaha lada he koi yudh कमज़ोर घोड़ों पर चढ़कर युद्ध नहीं जीते गए कभी कमज़ोर तलवार की धार से मरते नहीं है …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Aapki nazro tak hum pahuche kuch makhsus khyalo se” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आपकी नज़रों तक हम पहँचे कुछ मख़सूस ख़यालों से  Aapki nazro tak hum pahuche kuch makhsus khyalo se आपकी नज़रों तक हम पहँचे कुछ मख़सूस ख़यालों से लोग तो …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Hasti ko hasrat ki nai rah guzar karo“ , “हस्ती को हसरत की नई रह गुज़र करो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हस्ती को हसरत की नई रह गुज़र करो  Hasti ko hasrat ki nai rah guzar karo हस्ती को हसरत की नई रह गुज़र करो सूरज ढलान पर है शमआ …