Category: Hindi Poems
रंग तरबूजे का Rang tarbuje ke रंग तरबूजे का महक खरबूजे की! रो-गाकर आजादी लाए पहन लंगोटी खादी, चार कदम भी चल नहीं पाए इतनी चढ़ गई बादी रंग …
प्यार:एक छाता Pyar ek chata विपदाएँ आते ही, खुलकर तन जाता है हटते ही चुपचाप सिमट ढीला होता है; वर्षा से बचकर कोने में कहीं टिका दो, प्यार एक …
नए साल की शुभकामनाएं ! Naye saal ki shubhkamnaye नए साल की शुभकामनाएँ! खेतों की मेड़ों पर धूल भरे पाँव को कुहरे में लिपटे उस छोटे से गाँव को …
रिश्ते की खोज Rishte ki khoj मैंने तुम्हारे दुख से अपने को जोड़ा और – और अकेला हो गया । मैंने तुम्हारे सुख से अपने को जोड़ा और – …
बतूता का जूता Batuta ka juta जब सब बोलते थे वह चुप रहता था जब सब चलते थे वह पीछे हो जाता था जब सब खाने पर टूटते थे …
पिछड़ा आदमी Pichda aadmi जब सब बोलते थे वह चुप रहता था, जब सब चलते थे वह पीछे हो जाता था, जब सब खाने पर टूटते थे वह अलग …
सूरज को नही डूबने दूंगा Suraj ko nahi dubne dunga अब मैं सूरज को नहीं डूबने दूंगा। देखो मैंने कंधे चौड़े कर लिये हैं मुट्ठियाँ मजबूत कर ली हैं …
शाम-एक किसान Sham ek kisan आकाश का साफ़ा बाँधकर सूरज की चिलम खींचता बैठा है पहाड़, घुटनों पर पड़ी है नही चादर-सी, पास ही दहक रही है पलाश के …