Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “Khali samay me“ , “खाली समय में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

खाली समय में  Khali samay me खाली समय में, बैठ कर ब्लेड से नाखून काटें, बढी हुई दाढी में बालों के बीच की खाली जगह छांटे, सर खुजलाएं, जम्हुआए, …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “ Ishwar“ , “ईश्वर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ईश्वर  Ishwar बहुत बडी जेबों वाला कोट पहने ईश्वर मेरे पास आया था, मेरी मां, मेरे पिता, मेरे बच्चे और मेरी पत्नी को खिलौनों की तरह, जेब में डालकर …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “Ant me“ , “अंत में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अंत में  Ant me अब मैं कुछ कहना नहीं चाहता, सुनना चाहता हूँ एक समर्थ सच्ची आवाज़ यदि कहीं हो। अन्यथा इससे पूर्व कि मेरा हर कथन हर मंथन …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “Suro ke sahare“ , “सुरों के सहारे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुरों के सहारे  Suro ke sahare दूर दूर तक सोयी पड़ी थीं पहाड़ियाँ अचानक टीले करवट बदलने लगे जैसे नींद में उठ चलने लगे। एक अदृश्य विराट हाथ बादलों-सा …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “Jade kid hoop“ , “जाड़े की धूप” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जाड़े की धूप  Jade kid hoop बहुत दिनों बाद मुझे धूप ने बुलाया ताते जल नहा पहन श्वेत वसन आयी खुले लान बैठ गयी दमकती लुनायी सूरज खरगोश धवल …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “ Divangat pita ke prati“ , “दिवंगत पिता के प्रति” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिवंगत पिता के प्रति  Divangat pita ke prati सूरज के साथ-साथ सन्ध्या के मंत्र डूब जाते थे, घंटी बजती थी अनाथ आश्रम में भूखे भटकते बच्चों के लौट आने …

Hindi Poem of Sarveshwar Dayal Saxena “ Aaj Pahli bar“ , “आज पहली बार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आज पहली बार  Aaj Pahli bar आज पहली बार थकी शीतल हवा ने शीश मेरा उठा कर चुपचाप अपनी गोद में रक्खा, और जलते हुए मस्तक पर काँपता सा …