Category: Hindi Poems
हिरनी-सी है क्यों Hirni si he kyo अपनी माँ से करती कई सवाल चूड़ी-कंगन नहीं हाथ में ना माथे पर बैना है मुख मटमैला-सा है तेरा बौराए-से नैना …
अहले-दिल और भी हैं Ahle dil aur bhi he अहले-ए-दिल और भी हैं अहल-ए-वफ़ा और भी हैं एक हम ही नहीं दुनिया से ख़फ़ा और भी हैं हम पे …
कैटवाक Catwalk चिड़िया रानी सुना रही है फाग कैटवाक करती सड़कों पर पढ़ी-पढ़ाई चिड़िया रानी उघरी हुई देह के जादू- से इतराई चिड़िया रानी पॉप धुनों पर थिरके …
आओ कि कोई ख़्वाब बुनें Aao ki koi khwab bune आओ कि कोई ख़्वाब बुनें कल के वास्ते वरना ये रात आज के संगीन दौर की डस लेगी जान-ओ-दिल …
चिड़ियारानी Chitiyarani धरे कानों पर चिड़ियाँ बैठीं क्या बतियाएँ बात-बात में खुश हो जाना जरा देर में ख़ुद चिढ़ जाना अपनी-उनकी, उनकी-अपनी जाने कितनी कथा सुनाना एक दिवस …
किसी को उदास देख कर Kisi ko udas dekha kar तुम्हें उदास सा पाता हूँ मैं काई दिन से ना जाने कौन से सदमे उठा रही हो तुम वो …
बच्चा सीख रहा Bacha Sikha raha टी.वी. से अच्छे होते हैं ये दाग़ टॉफी, बिस्कुट, पर्क, बबलगम खिला-खिला कर मारी भूख माँ भी समझ नहीं पाती है कहाँ …
अपने माज़ी के तसव्वुर से हिरासा हूँ मैं Apne maji ke tasavur se hirasa hu me अपने माज़ीके तसव्वुर से हिरासा हूँ मैं अपने गुज़रे हुए अय्यम से नफ़रत …