Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Dil jo na kah saka vahi raz e dil“ , “दिल जो न कह सका वही राज़-ए-दिल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिल जो न कह सका वही राज़-ए-दिल  Dil jo na kah saka vahi raz e dil दिल जो ना कह सका वोही राज़-ए-दिल कहने की रात आई दिल जो …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “ Goreya  “ , “गौरैया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गौरैया Goreya    नहीं दीखती अब गौरैया गाँव-गली-घर या शहरों में छत-मुँडेर पर, गाँव-खेत में चिड़ीमार ने जाल बिछाए पकड़-पकड़ कर, पिंजड़ों में धर चिड़ियाघर में उसको लाए सुधिया …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Samay aa gya “ , “समय आ गया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

समय आ गया  Samay aa gya   उभरी साँटें बहुत दर्द है गुड़ने का पैनी धारों वाले मंजे छुप बैठे डोर-पतंगो में उड़ता हुआ और को देखा जा काटा …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Zindagi bhar nahi bhulegi vo barsat ki raat” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात  Zindagi bhar nahi bhulegi vo barsat ki raat ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात एक अनजान हसीना से मुलाक़ात …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “ Barsane ki holi me  “ , “बरसाने की होली में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बरसाने की होली में Barsane ki holi me    बजीं तालियाँ बरसाने की होली में बजे नगाड़े ढम-ढम-ढम-ढम चूड़ी खन-खन, पायल छम-छम सिर-टोपी पर भँजीं लाठियाँ ठुमके ग्वाले तक-धिन-तक-धिन …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Matalab nikal he to pehchante nahi“ , “मतलब निकल है तो, पहचानते नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मतलब निकल है तो, पहचानते नहीं  Matalab nikal he to pehchante nahi मतलब निकल गया है तो, पहचानते नहीं यूँ जा रहे हैं जैसे हमें, जानते नहीं अपनी गरज़ …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Hua Pravasi “ , “हुआ प्रवासी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हुआ प्रवासी  Hua Pravasi   गंगावासी अब कितना घर का, गाँव का कॉलेज टॉप किया ज्यों ही वह गया गाँव से अमरीका जाते ही तब छूट गया सब- आँचल, …