Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “ Phir mahki amrai  “ , “फिर महकी अमराई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फिर महकी अमराई Phir mahki amrai    कोयल की ऋतु आई नए-नए बौरों से डाल-डाल पगलाई! एक प्रश्न बार-बार पूछता है मन उघार  तुम इतना क्यों फूले? नई-नई गंधों …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Gero pe karm,, apno pe sitam“ , “गैरों पे करम, अपनों पे सितम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गैरों पे करम, अपनों पे सितम  Gero pe karm,, apno pe sitam ग़ैरों पे करम अपनों पे सितम, ऐ जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म न कर रहने दे अभी थोड़ा सा …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Tum na aaye “ , “तुम न आए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम न आए  Tum na aaye   तुम न आए सुरभित सुमन, गूँज भँवरे की मन में कितने फूल बिछाए आम्र लताएँ, पिक की कुँजन मन में मेरे मोर …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Mere mahboob kahi aur mila kar mujh se“ , “मेरे महबूब कहीं और मिला कर मुझ से” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे महबूब कहीं और मिला कर मुझ से  Mere mahboob kahi aur mila kar mujh se ताज तेरे लिये इक मज़हर-ए-उल्फ़त ही सही तुम को इस वादी-ए-रंगीं से अक़ीदत …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Chike man ka mor “ , “चीख़े मन का मोर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चीख़े मन का मोर  Chike man ka mor   छोड़ साथ यों चला गया किस ओर टप-टप-टप-टप बरसे पानी टूटा सपन सलोना अंदर-अंदर तिरता जाऊँ भींगा कोना-कोना चीख़ रहा …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Ishk ki garmi e jajbat kise pesh kaur“ , “इश्क़ की गर्मी-ए-जज़्बात किसे पेश करूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

इश्क़ की गर्मी-ए-जज़्बात किसे पेश करूँ  Ishk ki garmi e jajbat kise pesh kaur इश्क़ की गर्मी-ए-जज़्बात किसे पेश करूँ ये सुलग़ते हुए दिन-रात किसे पेश करूँ हुस्न और …

Hindi Poem of Ashniv Singh Chaohan “  Ek vicharniya kshan “ , “एक विचारणीय क्षण” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक विचारणीय क्षण  Ek vicharniya kshan   निर्जन बागीचे के एकांत कोने में विचार करता हुआ कि कितनी बार किया है मैंने प्रयास इन्द्रधनुष को पकड़ने का तब तक …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Nagma or sher ki saugat kise pesh karu“ , “नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ  Nagma or sher ki saugat kise pesh karu नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ ये छलकते हुए जज़बात किसे पेश करूँ शोख़ आँखों …