Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Adhure hi“ , “अधूरे ही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अधूरे ही  Adhure hi   मगर उसने तुझसे मन की बात कही पुराने दिनों के अपने अधूरे सपने तेरे क़दमों में ला रखे उसने तो तू भी सींच दे …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Mang ke sath tumhara“ , “माँग के साथ तुम्हारा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

माँग के साथ तुम्हारा  Mang ke sath tumhara माँग के साथ तुम्हारा मैंने, मांग लिया संसार माँग के साथ तुम्हारा मैंने, मांग लिया संसार माँग के साथ तुम्हारा दिल …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Shunya hokar“ , “शून्य होकर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शून्य होकर  Shunya hokar   बैठ जाता है जैसे उदास बच्चा उस दिन उतना अकेला और असहाय बैठा दिखा शाम का पहला तारा काफ़ी देर तक नहीं आये दूसरे …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Tere bachpan ko javani ki dua deti hu“ , “तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूँ Tere bachpan ko javani ki dua deti hu  तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूँ और दुआ देके परेशान सी …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Kya harz he“ , “क्या हर्ज़ है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

क्या हर्ज़ है  Kya harz he   विदा ले लें हम एक सपने से जो तुमने भी देखा था और मैंने भी दोनों के सपने में कोई भी फ़र्क …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Ab koi gulshan na ujade“ , “अब कोई गुलशन ना उजड़े” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अब कोई गुलशन ना उजड़े Ab koi gulshan na ujade  अब कोई गुलशन ना उजड़े अब वतन आज़ाद है रूह गंगा की हिमालय का बदन आज़ाद है खेतियाँ सोना …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Apne aap me“ , “अपने आपमें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपने आपमें  Apne aap me   एक ओछी चीज़ है समय चीजों  को टोड़ने वाला मिटाने वाला बने- बनाये महलों मकानों देशों मौसमों और ख़यालों को मगर आज सुबह …

Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Jivan ke safar me rahi“ , “जीवन के सफ़र में राही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जीवन के सफ़र में राही  Jivan ke safar me rahi जीवन के सफ़र में राही, मिलते हैं बिछड़ जाने को और दे जाते हैं यादें, तनहाई में तड़पाने को …