Category: Hindi Poems
तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमको Tum Mujhe Bhjul bhi jao to ye haq he tumko तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है …
कुछ सूखे फूलों के Kuch sukhe phulo ke गुलदस्तों की तरह बासी शब्दों के बस्तों को फेंक नहीं पा रहा हूँ मैं गुलदस्ते जो सम्हालकर रख लिये हैं …
बह नहीं रहे होंगे Vah nahi rahe honge रेवा के किनारे-किनारे उन दिनों के हमारे शब्द दीपों की तरह पड़े तो होंगे मगर पहुँच कर वे अरब-सागर के …
नागार्जुन सराय Nagarjun Saray महानता के आश्रयस्थल यदि होते हों तो इसी तरह विनम्र और खामोश रहकर प्रतिमाएँ अपना स्नेह प्रकट करती रहेंगी देखो न, यह पूँछ-उठौनी नन्हीं चिड़िया …
मैंने पूछा Mene pucha तुम क्यों आ गई वह हँसी और बोली तुम्हें कुरूप से बचाने के लिए कुरूप है ज़रुरत से ज़्यादा धूप मैं छाया हूँ ज़रूरत …
छात्रावास में कविता-पाठ Chatravas me kavita path कोई पच्चीस युवा थे वहाँ सीटी बजी और सबके सब एकत्रित हो गए कौन कहता है कि वे कुछ भी सुनना-समझना नहीं …
मैं क्या करूँगा Me kya karunga राशि राशि पत्ते पेडो के नीचे के राशि राशि झरे बिखरे सूखे फूल लेकर चलेगी चल देगी मुझको तो यह भी मयस्सर …
एक बार में सब कुछ Ek bar me sab kuch कुछ भी छोड़कर मत जाओ इस संसार में अपना नाम तक भी वे अपने शोधार्थियों के साथ कुछ ऐसा …