Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Sneh Path“ , “स्नेह-पथ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

स्नेह-पथ  Sneh Path   हो परिचित या परिचय विहीन तुम जिसे समझते रहे बड़ा या जिसे मानते रहे दीन यदि कभी किसी कारण से उसके यश पर उड़ती दिखे …

Hindi Poem of Rituraj “Pavo ke nishan“ , “पाँवों के निशान” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पाँवों के निशान  Pavo ke nishan अदृश्य मनुष्यों के पाँव छपे हैं कँक्रीट की सड़क पर जब सीमेण्ट-रोड़ी डाली होंगी वे नंगे पाँव अपार फुर्ती से दौड़े होंगे यहाँ …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Tum kagaz par likhte ho“ , “तुम कागज पर लिखते हो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम कागज पर लिखते हो  Tum kagaz par likhte ho   वह सड़क झाड़ता है तुम व्यापारी वह धरती में बीज गाड़ता है । एक आदमी घड़ी बनाता एक …

Hindi Poem of Rituraj “Gyanijan“ , “ज्ञानीजन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ज्ञानीजन  Gyanijan ज्ञान के आतंक में मेरे घर का अन्धेरा बाहर निकलने से डरता है ज्ञानीजन हँसते हैं बन्द खिड़कियाँ देखकर उधड़े पलस्तर पर बने अकारण भुतैले चेहरों पर …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Utho“ , “उठो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उठो Utho   चुप मसान में बैठे-बैठे दुःख सोचना, दर्द सोचना! शक्तिहीन कमज़ोर तुच्छ को हाज़िर नाज़िर रखकर सपने बुरे देखना! टूटी हुई बीन को लिपटाकर छाती से राग …

Hindi Poem of Rituraj “Sevagram“ , “सेवाग्राम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सेवाग्राम Sevagram कई तरह के समय थे वे लोग सबके दस्तावेज तैयार करने में लगे थे कुछ ही पढ़े जाने थे मेरे समय में दूसरों के समय ने प्राणघातक …

Hindi Poem of Rituraj “Parisar“ , “परिसर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

परिसर  Parisar जंगली फूलों ने लॉन के फूलों से पूछा, बताओ क्या दुःख है क्यों सूखे जा रहे हो दिन प्रतिदिन मरे जा रहे हो!! पीले, लाल, जामुनी, सफेद, …