Category: Hindi Poems
आषाढ़ का पहला दिन Ashadh ka pahla din कहीं गरजन का जाकर दूर सिर के पास फिर पड़ना उमड़ती नदी का खेती की छाती तक लहर उठना ध्वजा …
जब हम नहीं रहेंगे Jab Hum nahi rahenge सड़क का कर्ज था शिरीषों पर निर्जन पगडंडी के बजाए साफ-सुथरा रास्ता सब के लिए और लो, जो तुम बीच में …
आमीन , गुलाब पर ऐसा वक्त कभी न आये Aamin, gulab par esa waqt kabhi na aaye हमारा पढ़ा – लिखा मैंने उसे काफी उलट-पुलट कर देखा है …
किशोरी अमोनकर Kishori Amonkar न जाने किस बात पर हँस रहे थे लोग प्रेक्षागृह खचाखच भरा था जनसंख्या-बहुल देश में यह कोई अनहोनी घटना नहीं थी प्रतीक्षा थी विलंबित …
सुख का दुख Sukh ka Dukh इस बात का मुझे बड़ा दु:ख नहीं है, क्योंकि मैं छोटा आदमी हूँ, बड़े सुख आ जाएं घर में तो कोई ऎसा …
कभी इतनी धनवान मत बनना kabhee itanee dhanavaan mat banana कभी इतनी धनवान मत बनना कि लूट ली जाओ सस्ते स्कर्ट की प्रकट भव्यता के कारण हांग्जो की गुड़िया …
पानी वर्षा री Pani Varsha ri पानी बरसा री हरियाली छा गई, हमारे सावन सरसा री बादल छाए आसमान में, धरती फूली री भरी सुहागिन, आज माँग में …
सतपुड़ा के जंगल Satpuda ke jangal नींद मे डूबे हुए से ऊँघते अनमने जंगल। झाड ऊँचे और नीचे, चुप खड़े हैं आँख मीचे, घास चुप है, कास चुप …