Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Geet Farosh“ , “गीत-फ़रोश” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गीत-फ़रोश Geet Farosh   मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ; मैं क़िसिम-क़िसिम के गीत बेचता हूँ। जी, माल देखिए दाम बताऊँगा, बेकाम नहीं है, काम बताऊंगा; कुछ गीत लिखे …

Hindi Poem of Rituraj “Darshan“ , “दर्शन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दर्शन  Darshan आदमी के बनाए हुए दर्शन में दिपदिपाते हैं सर्वशक्तिमान उनकी साँवली बड़ी आँखों में कुछ प्रेम, कुछ उदारता, कुछ गर्वीलापन है भव्य वह भी कम नही है …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Vani ki Dinta“ , “वाणी की दीनता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वाणी की दीनता Vani ki Dinta   अपनी मैं चीन्हता! कहने में अर्थ नहीं कहना पर व्यर्थ नहीं मिलती है कहने में एक तल्लीनता! आस पास भूलता हूँ जग …

Hindi Poem of Rituraj “Shareer“ , “शरीर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शरीर  Shareer सारे रहस्य का उद्घाटन हो चुका और तुम में अब भी उतनी ही तीव्र वेदना है आनंद के अंतिम उत्‍कर्ष की खोज के समय की वेदना असफल …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Bedard“ , “बेदर्द” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बेदर्द  Bedard   मन को मानो सूखने के ख़याल से रस्सी पर डाल दिया है और मन सूख रहा है बचा-खुचा दर्द जब उड़ जाएगा तब फिर पहन लूँगा …

Hindi Poem of Rituraj “Lahar“ , “लहर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लहर  Lahar द्वार के भीतर द्वार द्वार और द्वार और सबके अंत में एक नन्हीं मछली जिसे हवा की ज़रूरत है प्रत्येक द्वार में अकेलापन भरा है प्रत्येक द्वार …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Aram se bhai zindagi“ , “आराम से भाई ज़िन्दगी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आराम से भाई ज़िन्दगी  Aram se bhai zindagi   ज़रा आराम से तेज़ी तुम्हारे प्यार की बर्दाशत नहीं होती अब इतना कसकर किया आलिंगन ज़रा ज़्यादा है जर्जर इस …

Hindi Poem of Rituraj “Falak“ , “फलक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

फलक  Falak खेत को देखना किसी बड़े कलाकार के चित्र को देखने जैसा है विशाल काली पृष्ठभूमि जिस पर हरी धारियाँ मानो सावन में धरती ने ओढ़ा हो लहरिया …