Category: Hindi Poems
अच्छा अनुभव Acha Anubhav मृत्यु का सुवास देह पर उस का स्पर्श मधुर ही कहूँगा उस का स्वर कानों में भीतर मगर प्राणों में जीवन की लय तरंगित …
लौटना Lotna जीवन के अंतिम दशक में कोई क्यों नहीं लौटना चाहेगा परिचित लोगों की परिचित धरती पर निराशा और थकान ने कहा जो कुछ इस समय सहजता से …
धरती का पहला प्रेमी Dharti ka pahla premi सूरज को धरती का पहला प्रेमी कहा है धरती को सूरज के बाद और शायद पहले भी तमाम चीज़ों ने …
रास्ता Rasta बहुत बरस पहले चलना शुरू किया लेकिन अभी तक घर क्यों नहीं पहुँचा? शुरू में माँ के सामने या इससे भी पहले उसकी उँगली अपनी नन्ही हथेली …
मेरा अपनापन Mera Apnapan मैंने उसे भटकाया लौटा वह बार-बार पार करके मेहराबें समय की मगर खाली हाथ क्योंकि मैं उसे किसी लालच में दौड़ाता था दौड़ता था …
सामान Saman वह ट्रेन में चढ़ गया था उसे उतार लिया गया उसका सामान दूसरे डिब्बे में था वह डिब्बा किसी अनजाने स्टेशन पर कट गया वह शख़्स कहीं …
जूही ने प्यार किया Juhi ne pyar kiya दोनों के लोक दो, शोक किन्तु एक हुए दोनों के सन्ध्या के झुरमुट से मानो निहारा और अश्रु चुए दोनों …
कमल के फूल Kamal ke Phool क्या करूँ’ इनका, पसारें आप आँचल, छोड़ दूँ; हो जाए जी हल्का! किन्तु होगा क्या कमल के फूल का? कुछ नहीं होता …