Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Rituraj “ maan ka duhkh“ , “माँ का दुःख” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

माँ का दुःख  maan ka duhkh कितना प्रामाणिक था उसका दुःख लड़की को दान में देते वक्त जैसे वही उसकी अंतिम पूँजी हो लड़की अभी सयानी नहीं थी अभी …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “ Esa Bhi hoga“ , “ऐसा भी होगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ऐसा भी होगा Esa Bhi hoga   तो थक जाता हूँ, कभी एकाध इच्छा थोडा चलकर तुम्हारे सिरहाने रख जाता हूँ। जब तुम्हारी आंख खुलती है, तो तुम उसे …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Esa Ho Jata He“ , “ऐसा हो जाता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ऐसा हो जाता है  Esa Ho Jata He   जैसा आज हो गया मेरा सदा मुट्ठी में रहने वाला मन चीरकर मेरी अंगुलियां मेरे हाथ से निकल कर खो …

Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Me jo Hu“ , “मैं जो हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं जो हूँ  Me jo Hu   मैं जो हूँ मुझे वहीं रहना चाहिए यानी वन का वृक्ष खेत की मेड़ नदी की लहर दूर का गीत व्यतीत वर्तमान …

Hindi Poem of Ravindra Bharamar “Man ne chap liya“ , “मन ने छाप लिया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मन ने छाप लिया  Man ne chap liya आँखों ने बस देखा भर था, मन ने उसको छाप लिया। रंग पंखुरी केसर टहनी नस-नस के सब ताने-बाने, उनमें कोमल …

Hindi Poem of Ravindra Bharamar “Sur pankhi“ , “सुर-पाँखी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुर-पाँखी  Sur pankhi प्राणों के पिंजरे में पाला, साँस-साँस में गाया, बड़े जतन से वह सुर-पाँखी मेरे बस में आया। साँझ-सकारे मन-बंसी पर मैंने उसको टेरा, रसना की रेशमी …

Hindi Poem of Ravindra Bharamar “De Diya mene“ , “दे दिया मैंने” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दे दिया मैंने De Diya mene  आज का यह दिन तुम्हें दे दिया मैंने आज दिन भर तुम्हारे ही ख़यालों में लगा मेला, मन किसी मासूम बच्चे-सा फिरा भटका …