Category: Hindi Poems
नये अर्थ की प्यास में Naye Arth ki pyas me मन का गोताख़ोर डूब गया उभरकर भँवर में अविश्वास के हुआ ही कुछ तो यह हुआ कि उमड़ …
प्रेम कविता Prem Kavita इच्छा की फ़िक्र किए बिना जीते चले जाना पाँच हज़ार वर्ष से ज़्यादा हो चुकी है मेरी आयु अदालत में अब तक लम्बित है …
प्रश्न अमूर्त Prashan Amurat सबसे बड़ा छल इतिहास के साथ हुआ इतिहास के नाम पर इतिहास के खिलाफ़ याददाश्त बढ़ाने की दवा बहुत बन गईं कोई ऐसी दवा …
बच्ची की कहानी Bacho ki kahani पर उसका जाना वह ख़ुद तय करती है गुड़ियों से खेलती है क्ले से फूल बनाती है ज़्यादातर समय आप उसे कंप्यूटर …
काया Kaya कि तुम्हारी पुतलियों का रंग काला हो गया किताबों को ओढा इस तरह कि शरीर कागज़ हो गया कहते रहे मौत आए तो इस तरह जैसे …
फीलगुड Feel Good किसी को भी ठेस न पहुंचे जिस पेशे में हूँ मैं वहां किसी गुनाह की तरह कठिन शब्दों को छाँट देता हूँ कठिन वाक्यों को …
इतना तो नही Itna to nahi मेरे जूते फट जाएँ मैं चला सिद्धार्थ के शहर से हर्ष के गाँव तक मैं चंद्रगुप्त अशोक खुसरो और रजिया से ही …
डेटलाइन पानीपत Deadline Panipat पानीपत पर भी लिखी गई होंगी कार्ल सैंडबर्ग ने तो एक कविता में घास से ढाँप दिया था युद्ध का मैदान यहाँ घास नहीं …